जब इच्छाएँ बदल जाएँ — स्वयं से सच्चाई की एक यात्रा

नमस्ते पाठकों! क्या आपने कभी ऐसा अनुभव किया है कि किसी चीज़ की आपने बरसों से कामना की हो — एक नौकरी, एक रिश्ता, एक मौका — और जब वह चीज़ अंततः आपके सामने आए, तो आपका मन हिचकिचा जाए? अचानक से आपके भीतर संदेह जन्म ले लें, और आप सोच में पड़ जाएँ: क्या … Read more

Beautiful interpretation of Karma and Bhagya

✍एक चाट वाला था। जब भी चाट खाने जाओ ऐसा लगता कि वह हमारा ही रास्ता देख रहा हो। हर विषय पर बात करने में उसे बड़ा मज़ा आता। कई बार उसे कहा कि भाई देर हो जाती है जल्दी चाट लगा दिया करो पर उसकी बात ख़त्म ही नहीं होती। एक दिन अचानक कर्म … Read more