नवग्रहों को शांत करने के लिए क्या करें दान: ग्रह अनुसार विशेष उपाय और वस्तुएँ


🪔 परिचय (Introduction):

भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवग्रह हमारे जीवन में सुख-दुख, स्वास्थ्य, भाग्य और समृद्धि को प्रभावित करते हैं। जब ग्रहों की दशा प्रतिकूल होती है, तो उनका शुभ प्रभाव प्राप्त करने हेतु दान एक प्रभावशाली उपाय माना गया है। प्रत्येक ग्रह विशेष प्रकार की वस्तुओं का दान चाहता है, जो उसके प्रभाव को शांत कर सकता है और जीवन में सकारात्मकता ला सकता है।

यह लेख आपको बताएगा कि किस दिन, किस ग्रह से संबंधित कौन-सी वस्तुएं दान करनी चाहिएं ताकि आप जीवन में आने वाली बाधाओं को कम कर सकें और शुभता प्राप्त कर सकें।


⚠️ अस्वीकरण (Disclaimer):

इस लेख में दिए गए उपाय पारंपरिक धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिषीय सिद्धांतों पर आधारित हैं। यह कोई वैज्ञानिक सलाह नहीं है। कृपया किसी योग्य ज्योतिषाचार्य या विशेषज्ञ से परामर्श लेने के बाद ही इन उपायों को अपनाएं। किसी भी उपाय को अंधविश्वास या निश्चित समाधान के रूप में न देखें।


नवग्रहों को प्रसन्न करने के लिए क्या दान करें? एक विस्तृत मार्गदर्शिका

परिचय: हिंदू धर्म में नवग्रहों (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु) का विशेष महत्व है। इन ग्रहों की स्थिति व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। यदि कोई ग्रह पीड़ित हो या कुंडली में दोष दे रहा हो, तो उसका उचित उपाय और दान करने से ग्रह की कृपा प्राप्त की जा सकती है। किस ग्रह के लिए क्या दान करना चाहिए, किसे देना चाहिए, कब देना चाहिए, और उसका क्या लाभ होता है।


☀️ 1. सूर्य ग्रह का दान

वस्त्र: लाल कपड़ा (1.25 मीटर) खाद्य सामग्री: गेहूं, गुड़ (500 ग्राम), घी (250 ग्राम) अन्य सामग्री: तांबे का लोटा, लाल चंदन, मसूर की दाल दान का दिन: रविवार किसे दें: ब्राह्मण, वृद्ध या गरीब व्यक्ति लाभ: आत्मविश्वास, नेत्रों की ज्योति, सरकारी सहयोग, पितृ दोष शांति विशेष: दान सूर्योदय से पहले करें


🌑 2. चंद्र ग्रह का दान

वस्त्र: सफेद कपड़ा (1.25 मीटर) खाद्य सामग्री: चावल, दूध, घी (250 ग्राम) अन्य सामग्री: चांदी का चंद्रमा, सफेद चंदन दान का दिन: सोमवार किसे दें: कन्या या जरूरतमंद स्त्री लाभ: मानसिक शांति, भावनात्मक स्थिरता, मातृ सुख में वृद्धि विशेष: रात्रि या चंद्रमा उदय के समय दान करना श्रेष्ठ


🌪️ 3. मंगल ग्रह का दान

वस्त्र: लाल कपड़ा (1.25 मीटर) खाद्य सामग्री: मसूर की दाल, गेहूं, गुड़ अन्य सामग्री: तांबा, लाल फूल, रक्त चंदन दान का दिन: मंगलवार किसे दें: पुलिसकर्मी, सैनिक या अग्निकर्मी लाभ: ऊर्जा, साहस, भूमि संबंधित कार्यों में सफलता विशेष: हनुमान मंदिर में दान करना विशेष फलदायी


🦏 4. बुध ग्रह का दान

वस्त्र: हरा कपड़ा (1.25 मीटर) खाद्य सामग्री: मूंग दाल, हरे फल (आंवला, नींबू, केला) अन्य सामग्री: कांस्य, सुपारी, किताबें दान का दिन: बुधवार किसे दें: विद्यार्थी, लेखक, विद्वान लाभ: बुद्धि, संवाद कौशल, व्यापार में सफलता विशेष: सुबह के समय दान करें


🕊️ 5. गुरु ग्रह का दान

वस्त्र: पीला कपड़ा (1.25 मीटर) खाद्य सामग्री: चना दाल, हल्दी की गांठ, पीले फल (केला) अन्य सामग्री: सोना (यदि संभव हो), पीले फूल, लड्डू दान का दिन: गुरुवार किसे दें: गुरु, पंडित या शिक्षक लाभ: ज्ञान, समृद्धि, संतान सुख विशेष: दक्षिण की दिशा में मुंह करके दान करें


🌺 6. शुक्र ग्रह का दान

वस्त्र: सफेद कपड़ा (1.25 मीटर) खाद्य सामग्री: चावल, दूध, घी अन्य सामग्री: इत्र, चांदी, सफेद चंदन दान का दिन: शुक्रवार किसे दें: सुहागन स्त्री, कन्या लाभ: सौंदर्य, वैवाहिक सुख, विलासिता में वृद्धि विशेष: दान के साथ सुगंधित फूल भी अर्पित करें


♔️ 7. शनि ग्रह का दान

वस्त्र: काला कपड़ा (1.25 मीटर) खाद्य सामग्री: उड़द, काले तिल, सरसों का तेल अन्य सामग्री: लोहा, चमेली का तेल, कंबल दान का दिन: शनिवार किसे दें: गरीब, श्रमिक, भिक्षुक लाभ: बाधा निवारण, न्याय, शत्रु नाश विशेष: पीपल के नीचे दान करना विशेष फलदायक


🔬 8. राहु ग्रह का दान

वस्त्र: नीला या काला कपड़ा (1.25 मीटर) खाद्य सामग्री: सरसों, तिल, उड़द, सात प्रकार के अनाज अन्य सामग्री: तेल, नीला फूल दान का दिन: शनिवार (भद्रा काल में) किसे दें: अंधे, अपंग या अनाथ लाभ: भ्रम और मानसिक अस्थिरता से मुक्ति विशेष: दान गुप्त रूप से करें


🦍 9. केतु ग्रह का दान

वस्त्र: बादामी या काला कपड़ा खाद्य सामग्री: काले तिल, मक्का, उड़द अन्य सामग्री: लहसुनिया रत्न (यदि संभव हो), सूप, साबुत अनाज दान का दिन: शनिवार (भद्रा काल में) किसे दें: कुत्तों को भोजन, अनाथाश्रम को दान लाभ: आध्यात्मिक उन्नति, रोग निवारण विशेष: शनि मंदिर में गोपनीय दान करें

📊 ग्रह अनुसार दान की सूची (Donations According to Planets):

ग्रहवस्त्र का रंगदान की वस्तुएंदान का समयदान का लाभ
सूर्यलालगेहूं, गुड़, तांबा, लाल फूल, लाल चंदन, लाल वस्त्र, मसूर की दाल, सोना, गाय-बछड़ासूर्योदयआत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता, स्वास्थ्य में सुधार
चंद्रसफेदचावल, दूध, दही, चीनी, चांदी, मोती, सफेद फूल, शंख, सफेद वस्त्रसंध्या समयमानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन, पारिवारिक सुख
मंगललालमसूर दाल, गेहूं, गुड़, तांबा, लाल फूल, रक्त चंदन, लाल वस्त्रसूर्योदय से 5 घड़ी बादसाहस, ऊर्जा, क्रोध नियंत्रण, भूमि संबंधी लाभ
बुधहरामूंग दाल, हरे फल, हरा वस्त्र, कांस्य, किताबें, कपूरसूर्योदय से 5 घड़ी बादबुद्धिमत्ता, संचार कौशल, व्यावसायिक सफलता
गुरुपीलाचना दाल, हल्दी, पीले फूल, पीला वस्त्र, सोना, पीले फलसंध्या समयज्ञान, शिक्षा, आध्यात्मिक उन्नति, समृद्धि
शुक्रसफेदचावल, दूध, घी, चांदी, सफेद फूल, इत्र, सफेद चंदन, सफेद वस्त्रसूर्योदयसौंदर्य, कला, वैवाहिक सुख, भौतिक सुख-सुविधाएं
शनिकालाउड़द दाल, काले तिल, तिल का तेल, लोहा, काला वस्त्र, कंबल, चमेली का तेलमध्यान्ह कालकर्म सुधार, बाधाओं का निवारण, न्यायप्रियता
राहुनीला/कालाकाले तिल, सरसों, कंबल, सूपड़ा, सप्तधान्य, गोमेद, तेलरात्रिभ्रम, भय, मानसिक तनाव का निवारण, आध्यात्मिक उन्नति
केतुबादामी/कालाकाले तिल, लहसुनिया, चितकबरा कंबल, साबुत उड़द, काली मिर्चरात्रिआध्यात्मिक जागृति, मोक्ष की प्राप्ति, रोगों से मुक्ति

📊 ग्रह अनुसार दान विवरण (Donations According to Planets with Quantity & Recipient)

ग्रहवस्त्रखाद्य/अनाजपूजन सामग्रीविशेष वस्तुमात्रा/मूल्यदिशादिनकिसे दें?समय/विवरण
सूर्यलाल कपड़ागेहूं, गुड़, घीपूजा का लोटा, लौंगलाल चंदन, दक्षिणाकपड़ा – 1.25 मीटर, गेहूं – 1.25 किलो, गुड़ – 500 ग्राम, घी – 250 ग्रामपूर्वरविवारब्राह्मण, जरूरतमंद वृद्ध व्यक्तिसूर्योदय से पहले या सूर्य आराधना के बाद
चंद्रसफेद कपड़ाचावल, दूध, घीचांदी का चंद्रमा, सफेद चंदनकपड़ा – 1.25 मीटर, चावल – 1.25 किलो, घी/दूध – 250 ग्रामदक्षिणसोमवारकन्या, जरूरतमंद स्त्रीचंद्र दर्शन के समय या रात्रि में
मंगललाल कपड़ागेहूं, गुड़, घीपूजा का लोटा, लौंगलाल चंदनकपड़ा – 1.25 मीटर, गेहूं – 1.25 किलो, गुड़ – 500 ग्राम, घी – 250 ग्रामदक्षिणमंगलवारसैनिक, पुलिसकर्मी या अग्निकर्मीमंगल ग्रह आराधना के बाद
बुधहरा कपड़ामूंग साबुत1 सुपारीअमरूद, आंवला, नींबू, केलाकपड़ा – 1.25 मीटर, मूंग – 1.25 किलो, फल – 1-1 नगदक्षिणबुधवारविद्यार्थी, बुद्धिजीवी या लेखकबुध पूजा के बाद
गुरुपीला कपड़ाचना दाल, हल्दी5 सुपारी, केलेपीला लड्डूकपड़ा – 1.25 मीटर, दाल – 1.25 किलो, हल्दी – 4–5 गांठ, केले – 6 नगदक्षिणगुरुवारगुरु, शिक्षक या विद्वानबृहस्पति पूजा के बाद
शुक्रसफेद कपड़ाचावल, दूध, घीचांदी का घोड़ा, सफेद चंदनकपड़ा – 1.25 मीटर, चावल – 1.25 किलो, घी/दूध – 250 ग्रामदक्षिणशुक्रवारसुहागन स्त्री या कन्यासुबह, स्नान के बाद
शनिकाला कपड़ाउड़द, नमकतिल का तेल, लोहाकपड़ा – 1.25 मीटर, उड़द – 1.25 किलो, तेल – 250 मि.ली., नमक – 500 ग्रामदक्षिणशनिवारभिक्षुक, निर्धन, श्रमिकपीपल के नीचे, या स्नान से पूर्व
राहुनीला कपड़ाउड़द, जौ, तिल, बाजरा आदि मिलाकरतेल, नमककपड़ा – 1.25 मीटर, अनाज – कुल 2 किलो, तेल – 250 मि.ली.दक्षिणशनिवार (भद्रा काल)अंधे, अनाथ या बेसहारा व्यक्तिभद्रा में दें, स्नान से पूर्व
केतुबादामी कपड़ाउड़द, मक्का, तिल, बाजरा आदि मिलाकरतेल, नमककपड़ा – 1.25 मीटर, अनाज – कुल 2 किलो, तेल – 250 मि.ली.दक्षिणशनिवार (भद्रा काल)कुत्तों को, मंदिर के बाहर भिखारीभद्रा में दें, स्नान से पूर्व

नोट:

  • दान करते समय, उसे गुप्त रूप से और निःस्वार्थ भाव से करना चाहिए। दान का उद्देश्य केवल ग्रहों की शांति नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक योगदान देना भी होना चाहिए।
  • “भद्रा काल” विशेष नक्षत्र समय होता है जिसमें राहु-केतु को दान देना अधिक प्रभावशाली माना जाता है। इसे पंचांग से देखकर तय किया जा सकता है।
  • यदि उपयुक्त पात्र न मिले, तो गौशाला, मंदिर या अनाथालय में भी दान किया जा सकता है।
  • दान न केवल एक धार्मिक कार्य है, बल्कि यह समाजसेवा का भी माध्यम है। ग्रहों की कृपा प्राप्त करने के लिए शुद्ध मन, निःस्वार्थ भाव और नियमों के अनुसार किया गया दान अत्यंत प्रभावशाली होता है।
  • Disclaimer: यह जानकारी धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है। किसी भी ग्रह शांति के उपाय को अपनाने से पूर्व योग्य पंडित या ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।