भगवान गणेश : 32 स्वरूप, ग्रंथ, विख्यात मंदिर व उनकी प्रेरक कथाएँ
भूमिकाभारतीय संस्कृति में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य, विघ्नहर्ता और बुद्धिदाता के रूप में पूजा जाता है। हर शुभ कार्य की शुरुआत गणपति अर्चना से होती है। उनके 32 स्वरूप, लोककथाएँ, वेद-वेदांत में संदर्भ और ऐतिहासिक मंदिर उन्हें सार्वकालिक और सार्वभौमिक देवता बनाते हैं। गणेश जी के 32 स्वरूप : सूचीकर्नाटक के नंजनगुड में स्थित … Read more